अपने नानी से मिलते हुए मनीष कश्यप

मनीष कश्यप 9 महीने बाद जेल से रिहा होकर घर आने के बाद बहुत सारे ऐसे काम किया जिसको देखकर पूरा बिहार गौरव में अपने आप को महसूस करने लगे ।

इस दौरान मनीष कश्यप अपने नानी से मिलने गांव गए तभी मनीष कश्यप ने बताया कि उनकी नानी की तबीयत बहुत खराब है । उन्होंने यह भी बताया की अगर मेरे ऊपर यह झूठा आरोप नहीं लगाया जाता और मेरे फ्लैट को नहीं जब्त किया जाता तो नानी मेरी इतनी बीमार नहीं होती और मैं अपने नानी को एम्स में इलाज कर रहा होता।

मनीष कश्यप ने यह भी कहा कि उनके जीवन में उनके नाना नानी का बहुत बड़ा योगदान है , जैसा की एक समय मनीष कश्यप को काफी जोर से बुखार आया था और उसे घर से अस्पताल जाने की दूरी तय करने के लिए जल मार्ग यानी नौका से जाना पड़ता था और उनके नाना ने वह दूरी तय कर मनीष कश्यप को बचाया था।

अपने नानी को इस हाल में देखकर मनीष कश्यप ने यह भी कहा कि मैं अपने नानी को बिहार के किसी सरकारी अस्पताल में नहीं दिखाऊंगा हो सके तो मैं उसे उत्तर प्रदेश,महाराष्ट्र , गुजरात अन्य किसी जगह के कैंसर अस्पताल में अपनी नानी को भारती करूंगा

मनीष कश्यप ने यह भी कहा की मैं अपने नानी के याद के लिए नानी के नाम के एक कैंसर अस्पताल बनाऊंगा | -जहां कैंसर प्रीत मरीज के इलाज काफी कम राशि और मुफ्त में किया जाएगा |